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विद्युतप्रभा यक्षिणी साधना क्या है?

Submitted by Acharya89 on Sun, 05/19/2024 - 22:35

विद्युतप्रभा यक्षिणी एक वार साधक के जिवन मेँ आजाय तो साधक को कोई और साधना करने कि जरुरत नही है । यक्षिणी दुर्गा माँ के सेवक है, ईस लिये दुर्गा माँ तरहा ही शक्ति शाली है । आप तो जानते है, यक्षिणीया सब धन के रखवाली करती है । गाढा हुआ धन आगर वहुत वर्ष गाढा हुआ रहता तो यह धन का देवी यक्षिणीया बान जाति है । रात को यह धन लेकर घुमती हे । कोई ईनको रात को देखा होगा, तो पाता होगा, देखने मे ए आग के गोला तरहा दिखती हे फिर किसि पेड मेँ अदुश्य हो जाति है ।

विद्युतप्रभा यक्षिणी साधना विधि :
यह विद्युतप्रभा यक्षिणी साधना किसि सुभदिन रात को 10 वाजे बारगद पेड या पिपल पेड के निचे साधना आरंभ करे । पहेले विद्युत प्रभा यंत्र का पुजन करे । कायाकल्प माला ले या रुद्राक्ष माला ले सकते है । कुछ उदड के डाल पेड के चारो तरफ छिट् दे । ए सब करने के बाद आराम से वैठ जाए और 15 माला जाप करे । चारदिन वह स्थान पर एक समय मेँ प्रतिदिन साधना करे । घर पर करने पर एक दिया जलाए । चारदिन मेँ विद्युतप्रभा यक्षिणी दर्शन दे तो आच्छा है, वारना प्रतिदिन रात को आसान लागाकर ईस मंत्र को 21 से 30 दिन जाप करे । यक्षिणी प्रकट होगी, वरदान माँग ले ।

विद्युतप्रभा यक्षिणी मंत्र :
“ॐ क्रोँ क्रोँ कायाकल्प सोरोमं सोरोमं ॐ ”

ए सब ना कर पाय तो ईस मंत्र को प्रतिदिन, दिन को एक दो माला जाप करे और परिवर्तन आपनी जिवन मेँ अनुभव करे । आप कि कयाकल्प हो जाएगा ।

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जय माँ कामाख्या