You are here

5 Mahatma Gandhi Books in Hindi

1. गांधीजी की पुस्तकों को विद्यार्थियों को जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि इससे हमें गांधीजी के दृष्टिकोण तथा वर्तमान समय में उनके विचारों की प्रासंगिकता का पता चलता है।

2. गांधीजी की आत्मकथा का नाम सत्य के प्रयोग है। इस किताब को उन्होंने साल 1920 में खत्म किया तथा इसे मूल भाषा गुजराती में लिखा गया।

3. उन्होंने अपनी आत्मकथा में उनके बचपन के जीवन, उनका बाल विवाह तथा उनके आगे के जीवन के बारे बताया है।

4. गांधीजी अपनी आत्मकथा प्रत्येक हफ्ते थोड़ी-थोड़ी लिखा करते थे तथा उनकी आत्मकथा उनके अखबार नवजीवन में 1925 से 1929 के दौरान प्रदर्शित हुई।

5. इस किताब को गुजराती से अनुवादित करने का श्रेय महादेव देसाई को जाता है जिन्होंने 1940 में इसका अनुवाद किया।

6. गुजराती भाषा में लिखी गई इस किताब को साल 1909 में जारी किया गया। इसके 1 साल बाद ही इस किताब पर 1910 में ब्रिटिश सरकार द्वारा पाबंदी लगा दी गई।

7. हिंद स्वराज में डॉक्टर, वकील तथा रेलवे से संबंधित विचारों को प्रश्न उत्तर के फॉर्मेट में लिखा गया है।

8. ग्राम स्वराज में गांधी जी ने गांव की औद्योगिक व्यवस्था के बारे में बताया है कि किस तरह से गांव में मशीनीकरण के अ जाने से कई लोग बेरोजगार हो गए।

9. दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह गांधी जी द्वारा लिखी गई दूसरी सबसे महत्वपूर्ण किताब है। इस किताब को गांधीजी ने दक्षिण अफ्रीका में किए गए उनके अहिंसक प्रतिरोधों के बारे में बताया है।

10. मेरे सपनों का भारत गांधीजी के लेखों और भाषणों को मिलाकर तैयार की गई पुस्तक है। इसमें आपको गांधी जी के भारत को लेकर विचारों के बारे में पता चलेगा।

पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - 5 Mahatma Gandhi Books in Hindi